Sunday, July 9, 2017

Essay on jeevan me shahitya ka mahatav in hindi.

Essay on jeevan me shahitya ka mahatav in hindi.
जीवन में साहित्य का वही महत्त्व है जो सुन्दर पुष्प का बाग़ में होता है। जिस प्रकार फूल अपनी खुशबु से बाग़ को सुगन्धित कर देता है, उसी प्रकार साहित्य भी जीवन को ज्ञान से प्रकाशित करता है।
साहित्य भी कई प्रकार के होते है जैसे कविता, कहानी ,निबंध आदि।  मनुष्य साहित्य के माध्यम से सार्थक ज्ञान की प्राप्ति कर सकता है। इसके साथ ही साहित्य जीवन की नीरसता को भी दूर करता है। एकांत में साहित्य में अध्यन का आनंद ही कुछ और होता है। साहित्य सदियों से मनोरंजन का एक ज्ञानवर्धक साधन रहा है।
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Wednesday, November 9, 2016

Essay on Donald trump in hindi

Essay on Donald trump in hindi
डोनाल्ड ट्रम्प पर निबंध
डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के 2016 में निर्वाचित राष्ट्र पति हैं। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी से चुनाव लड़ा और हिलेरी क्लिंटन को हराया। डोनाल्ड ट्रम्प एक रियल स्टेट बिजनेस मेन रहे है।
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Sunday, November 6, 2016

Essay on nadiyon ke labh in hindi

Essay on nadiyon ke labh in hindi
essay on benefits of river in hindi
निबंध नदियों से होने वाले लाभ :
नदियाँ सदैव ही जीवन दायिनी रही है । नदियाँ , प्रकृति का एक अभिन्न अंग है। नदियाँ , अपने साथ बारिस का जल एकत्र कर ,उसे भू-भाग मे पहुंचाने का कार्य करती है। गंगा, सिन्धु, अमेज़न, नील , थेम्स, यंगतिशि आदि विश्व की प्रमुख नदियां है।
नदियों के कई सामाजिक, वैज्ञानिक व्  आर्थिक लाभ है । नदियों से जीवन के लिए अत्यन्त आवश्यक स्वच्छ जल प्राप्त होता है यही कारण है कि अधिकांश प्राचीन सभ्यताएं ,जनजातियाँ नदियों के समीप ही विकसित हुईं। उदाहरण के लिए सिंधु घाटी सभ्यता , सिंधु नदी के पास विकसित होने के प्रमाण मिले है । सम्पूर्ण विश्व के बहुत बड़े भाग मे  , पीने का पानी और  घरेलू उपयोग के लिए पानी , नदियो के द्वारा ही प्राप्त किया जाता है। आर्थिक दृष्टि से भी देखे तो नदियाँ बहुत उपयोगी होती है क्योंकि उद्योगो के लिए आवश्यक जल  नदियों से सरलता से प्राप्त किया जा सकता है । कृषि के लिए , सिंचाई एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, इसके लिए आवश्यक पानी  नदियों द्वारा प्रदान किया जाता है । नदियाँ खेती के लिए लाभदायक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का उत्तम स्त्रोत होती हैं। नदियां न केवल जल प्रदान करती है बल्कि घरेलू एवं उद्योगिक गंदे व अवशिष्ट पानी को अपने साथ बहकर ले भी जाती है।  बड़ी नदियों का उपयोग जल परिवहन के रूप मे भी किया जा रहा है। सैलानिओ के लिए भी नदियों कई  मनोरंजन के साधन जैसे बोटिंग , रिवर रैफ्टिंग आदि उपलब्ध करती है जिससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलता है। नदियो से मछली के रूप मे खाद्य पदार्थ भी प्राप्त होते है। नदियों पर बांध बनाकर उनसे हाइड्रो बिजली प्राप्त होती है ।
नदियां हमारी सदैव मित्र रही है और हमे उनसे अनेक महत्वपूर्ण लाभ होते है । हमारा कर्तव्य है कि उनका अति दोहन न करे एवं उन्हे प्रदूषित होने से बचाये। Its also used in eassy on learning from nature. ssy on nadiyon ke labh in hindi,saving rivers india lifeline 
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Saturday, November 5, 2016

Essay on vidyarthi aur anushasan in hindi.

Essay on vidyarthi aur anushasan in hindi.
Essay on vidyarthi jivan aur anushasan in hindi.
विद्यार्थी और अनुशासन पर हिंदी में निबंध।
विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का विशेष महत्त्व है। नियमों का पालन कर , नियमबद्ध जीवन व्यतीत करना ही , अनुशासन है। अनुशासन , सफलता की कुंजी है। जीवन के प्रत्येक भाग में अनुशासन का महत्त्व होता है परन्तु विद्यार्थी जीवन में इसका एक विशेष महत्त्व होता है, क्योंकि विद्यार्थी काल ही सम्पूर्ण जीवन की नींव होती है। अगर   जीवन की शुरुआत ठीक रहेगी तो आगे का जीवन भी सफल रहेगा। जीवन के उद्देश्य का पथ, विद्द्यार्थी काल में ही तय हो जाता है। विद्यार्थी  देश का भविष्य होता है।
जीवन में अनुशासन विद्यार्थी का परम कर्तव्य होना चाहिये। अनुशासित दिनचर्या प्रत्येक विद्यार्थी को अपनानी चाहिए। प्रातःकाल ज़ल्दी सोकर उठना, सैर करना, नियमित विद्यालय जाना, नियमित स्वाध्ययन करना, समय पर भोजन करना, उपयुक्त खेलकूद , बड़े बुजुर्गों व् गुरुओं को प्रणाम आदि कार्य, एक अनुशासित विद्यार्थी को करने चाहिए।
अनुशासन का मूलमन्त्र विद्यार्थी को सफलता और श्रेष्ठता की ओर ले जाता है। अनुशासन ही वह कुंजी है जिससे विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
महात्मा गांधी , स्वामी विवेकानन्द, मदर टेरेशा सभी ने अनुशासन को महत्वपूर्ण बताया और जीवन के लक्ष्य को हासिल किया।
विद्यार्थी जीवन  में सफलता प्राप्त करने  के लिए कठिन परिश्रम और दृढ़ निश्चय की आवश्यकता होती है, जिसे अनुशासन की सहायता से ही प्राप्त किया जा सकता है।
जीवन में अगर अनुशासन न हो तो वह हमें आलस्य और असफलता की ओर ले जाता है। ज्ञान अर्जन और एकाग्रता  में लिए , विद्यार्थी जीवन में अनुशासन आवश्यक है। इस प्रकार अनुशासन , विद्यार्थी जीवन का आभूषण और सफलता की कुंजी है।
Essay on vidyarthi aur anushasan in hindi.
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Friday, November 4, 2016

Essay on Guru Nanak dev in hindi

Essay on Guru Nanak dev in hindi
गुरु नानक देव पर निबंध:
गुरु नानक देव एक महान संत थे, जिन्होने सिक्ख धर्म की स्थापना की थी। उन्होंने जीवन भर ज्ञान का प्रकाश फैलाया और अज्ञानता के अंधेरे को दूर किया। वे कहते थे कि ईश्वर एक है और सभी स्त्रीपुरुष उसकी सन्तान हैं। गुरु नानक देव ने अंधविश्वास, जातिवाद, मूर्तिपूजा का विरोध किया।
गुरु नानक देव का जन्म 1469 ई में पंजाब के तलवंडी गाँव में हुआ था। उनका जन्मस्थान ननकाना साहब सिखों का एक पवित्र स्थल है। नानक बचपन से ही एकान्त प्रिय और ईश्वर प्रेमी थे।नानक के उपदेशों और उनके ज्ञान से प्रभावित होकर लोगों ने उन्हें गुरू और देव की उपाधि दे दी और वह गुरु नानक देव कहलाये।
गुरु नानक देव ने गुरु ग्रन्थ साहब की रचना की ,जिसमे उनके दिए उपदेश मिलते है। गुरु ग्रन्थ साहब , सिखों का महान पवित्र ग्रन्थ है।
गुरु नानक देव ने सरल जीवन एवम् मन की पवित्रता पर बल दिया।
Essay on Guru Nanak dev in hindi

Essay on unemployment in hindi

Essay on unemployment in hindi
Essay on berojgari in hindi
बेरोजगारी वह स्थिति है, जब कार्य करने मे सक्षम , कुशल एवं इच्छुक व्यक्ति के लिए कोई कार्य उपलब्ध न हो। और ऐसे व्यक्ति को बेरोजगार की संज्ञा दी जाती है। बेरोजगारी तब उत्पन्न होती है जब श्रम की मांग तो कम हो, लेकिन उसे करने वाले अधिक संख्या मे हो। बेरोजगारी के भी कई प्रकार होते है जैसे संरचनात्मक बेरोजगारी , अल्प बेरोजगारी , मौसमी बेरोजगारी आदि । संरचनात्मक बेरोजगारी किसी देश की अर्थव्यवस्था और प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण उत्पन्न होती है। अल्प बेरोजगारी अर्थात किसी श्रमिक के पास काम तो है, लेकिन पूरे समय के लिए नहीं। मौसमी बेरोजगारी अर्थातकिसी विशेष मौसम मे काम उपलब्ध न हो । उदाहरण के लिए कृषि मे श्रमिकों द्वारा  कटाई केवल कुछ महीनो मे ही होती है।
बेरोजगारी कम करने के लिए भारत सरकार द्वारा कई प्रयास भी किए जाते है । नरेगा या रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत सभी मजदूरो को उनके ही गाँव मे 100 दिन का रोजगार सरकार द्वारा दिया जा रहा है। लोगो को शिक्षित कर एवं उन्हे विशेष व्यावसायिक ज्ञान जैसे प्लांबर , कारपेंटर , वेल्डर आदि की कुशल ट्रेनिग देकर भी बेरोजगारी कम की जा रही है। लघु एवं कुटीर उद्योग के लिए आसान कर्ज देकर भी बेरोजगारी को कम करने का प्रयत्न किया जा रहा है। स्टार्ट उप इंडिया जैसे अभियान से रोजगार शुरू किये जा रहे हैं।
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Thursday, November 3, 2016

Essay on vigyan vardan ya abhishaap in hindi

Essay on vigyan vardan ya abhishaap in hindi
विज्ञान : वरदान या अभिशाप
मानव समाज के विकास के साथ साथ शिक्षा मे विज्ञान का भी विकास हुआ | विज्ञान का उपयोग मनुष्य समाज ने अपने सांसारिक जीवन मे कई रूप में किया हैं|
विज्ञान एक वरदान  के रूप में :
जीवन के सभी पहलुओ मे विज्ञान के अनगिनत लाभ हैं|परिवहन, चिकित्सा, संचार, अंतरिक्ष, शिक्षा , उद्योग आदि ऐसे अनेक क्षेत्र मे विज्ञान का अभूतपूर्व योगदान रहा हैं|आज विज्ञान के कारण ही,चिकित्सा के क्षेत्र मे कैंसर, हृदय रोग, मलेरिया आदि जैसी गंभीर बीमारियों का उपचार संभव हो पाया हैं| पोलियो ,खसरा, चेचक जैसी कई बीमारियों का टीकाकरण से रोकधाम विज्ञान द्वारा ही संभव हो पाया हैं|साईकल, रेल, कार, हवाईजहाज आदि के आविष्कार से ही आज दुनिया के किसी भी कोने मे  पहुँचना संभव हो पाया हैं|वर्तमान मे विज्ञान की सहयता से न केवल चंद्रमा अपितु मंगल  गृह पर भी मनुष्य द्वरा निर्मित यान पहुँच चुका हैं| दूरसंचार के क्षेत्र मे विज्ञान के आविष्कार जैसे टेलीफ़ोन, मोबाइलफोन ,इंटरनेट, वाय फाय इत्यादि की सहायता से विश्व मे किसी भी भाग मे रहने वाले व्यक्ति से बात की जा सकती हैं|
न्यूक्लियर पावर , बिजली, टेलिविजन, कम्प्युटर, सिनेमा, शिक्षा ,मनोरंजन आदि अनेक क्षेत्र हैं जहा मनुष्य
समाज को विज्ञान ने अनेक लाभ प्रदान किए है|
विज्ञान एक अभिशाप  के रूप में   :  विज्ञान के जहाँ अनेक लाभ है,वहा कुछ दुष्प्रभाव भी हैं, जो हमारी जीवन  शैली के लिए अभिशाप साबित हो रहे हैं| आज विज्ञान ने मनुष्य के हाथो मे अनेक शक्तिशाली एवं घातक  हथियार थमा दिये हैं, जिनमें सम्पूर्ण विश्व का विनाश करने की ताकत हैं| प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध के काल में विज्ञान के दिये हुए हथियारो एवं मिसाईलो का प्रयोग विज्ञान के बुरे प्रभावों का एक उदाहरण हैं|जीवाश्म ईंधन जैसे पेट्रोल ,डीज़ल के अत्यधिक उपयोग से वायुमंडल मे ग्रीन हाउस गैसो की वृद्धि हो रही हैं जिससे सम्पूर्ण विश्व का तापमान धीरे धीरे बढ़ता जा रहा हैं|
विज्ञान का विकास हमेशा ही मानव समाज को विकसित करने और मनुष्य को लाभ देने के लिए किया जाता रहा हैं|विज्ञान एक ऐसी देन हैं जिसका उपयोग वरदान के रूप मे करना हैं या अभिशाप के रूप मे यह बात केवल मनुष्य-समाज पर निर्भर हैं | यह हम सभी का परम कर्तव्य हैं की विज्ञान का उपयोग हम सावधानी और समझदारी से समाज के हित के लिए करे|                       
Essay on science in hindi.                             
Essay on vigyan vardan ya abhishaap in hindi