Essay on Mahatma Gandhi: the apostle of peace and non-violence in hindi.
महात्मा गांधी ने ब्रिटिश राज के खिलाफ संघर्ष में अपने 'हथियारों' के रूप में असहयोग, अहिंसा और शांतिपूर्ण प्रतिरोध को आधार बनाया । शांति और अहिंसा को अपनाकर ही उन्होंने भारत को पराधीनता से मुक्त कराया। महात्मा गांधी को शांति और अहिंसा की प्रेरणा बचपन से ही उनके मातापिता द्वारा मिली। सत्याग्रह के माध्यम से शांति और अहिंसा पूर्वक उन्होंने ब्रिटिश राज का विरोध किया। उन्होंने विरोध के कई शांतिपूर्ण तरीके अपनाये जैसे विदेशी सामान का वहिष्कार, अंग्रेजो की नौकरी न करना आदि। गांधीजी ने जनता से सरकारी नोकरी से इस्तीफा देने के लिए, और ब्रिटिश खिताब और सम्मान त्यागना, शैक्षिक संस्थाओं तथा अदालतों का बहिष्कार करने का आग्रह किया।