Essay on True politics is about promotion of human happiness.
जयप्रकाश नारायण जिन्हें लोकनायक भी का जाता है उनका मत था कि
सच्ची राजनीति मानवीय प्रसन्नता को बढ़ावा देने के लिए है।
मैं जयप्रकाश जी के इस कथन से पूर्णतया सहमत हूँ। सच्चे अर्थ में राजनीति का उद्देश्य मानवीय प्रसन्नता को बढ़ाना ही है। राजनीति में इतनी शक्ति है कि मानव समाज के दुखदर्द दूर कर ,प्रसन्नता का वातावरण निर्मित कर सके। राजनीति के माध्यम से ही गरीबी अशिक्षा आतंकवाद भ्रष्टाचार का उन्मूलन कर समाज में खुशहाली लाईं जा सकती है।
राजनीती द्वारा देश में सम्पन्नता और सदभावना का वातावरण बनाया जा सकता है ताकि नागरिक सुख के साथ अपना जीवनयापन कर सकें।
आज राजनीति का स्वरुप बदलता सा नजर आ रहा है ।जातिवाद ,घूसकांड,घोटाले आदि अराजनीतिक प्रसंग देखने को मिल रहे हैं।
आज देश की राजनीति और समाज को जयप्रकाश जी के उपरोक्त कथन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
राजनीतिक विचारधारा का परम लक्ष्य मानव प्रसन्नता ही होना चाहिए तभी वह विचारधारा लंबे समय तक लोकप्रिय और सामाजिक रूप से स्वीकार की जाती है।
यही कारण है की पुरे विश्व में लोकतन्त्र केंद्रित राजनीती अधिक सफल है न कि तानाशाह राजनीति।राजनेता का कर्त्तव्य उस राजा की तरह होना चाहिए जिसके राज्य की प्रजा सुखी और संपन्न होती है
Essay on True politics is about promotion of human happiness.
सच्ची राजनीति मानवीय प्रसन्नता को बढ़ावा देने के लिए है।
मैं जयप्रकाश जी के इस कथन से पूर्णतया सहमत हूँ। सच्चे अर्थ में राजनीति का उद्देश्य मानवीय प्रसन्नता को बढ़ाना ही है। राजनीति में इतनी शक्ति है कि मानव समाज के दुखदर्द दूर कर ,प्रसन्नता का वातावरण निर्मित कर सके। राजनीति के माध्यम से ही गरीबी अशिक्षा आतंकवाद भ्रष्टाचार का उन्मूलन कर समाज में खुशहाली लाईं जा सकती है।
राजनीती द्वारा देश में सम्पन्नता और सदभावना का वातावरण बनाया जा सकता है ताकि नागरिक सुख के साथ अपना जीवनयापन कर सकें।
आज राजनीति का स्वरुप बदलता सा नजर आ रहा है ।जातिवाद ,घूसकांड,घोटाले आदि अराजनीतिक प्रसंग देखने को मिल रहे हैं।
आज देश की राजनीति और समाज को जयप्रकाश जी के उपरोक्त कथन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
राजनीतिक विचारधारा का परम लक्ष्य मानव प्रसन्नता ही होना चाहिए तभी वह विचारधारा लंबे समय तक लोकप्रिय और सामाजिक रूप से स्वीकार की जाती है।
यही कारण है की पुरे विश्व में लोकतन्त्र केंद्रित राजनीती अधिक सफल है न कि तानाशाह राजनीति।राजनेता का कर्त्तव्य उस राजा की तरह होना चाहिए जिसके राज्य की प्रजा सुखी और संपन्न होती है
Essay on True politics is about promotion of human happiness.