Showing posts with label Essay on vidyarthi aur anushasan in hindi.. Show all posts
Showing posts with label Essay on vidyarthi aur anushasan in hindi.. Show all posts

Saturday, November 5, 2016

Essay on vidyarthi aur anushasan in hindi.

Essay on vidyarthi aur anushasan in hindi.
Essay on vidyarthi jivan aur anushasan in hindi.
विद्यार्थी और अनुशासन पर हिंदी में निबंध।
विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का विशेष महत्त्व है। नियमों का पालन कर , नियमबद्ध जीवन व्यतीत करना ही , अनुशासन है। अनुशासन , सफलता की कुंजी है। जीवन के प्रत्येक भाग में अनुशासन का महत्त्व होता है परन्तु विद्यार्थी जीवन में इसका एक विशेष महत्त्व होता है, क्योंकि विद्यार्थी काल ही सम्पूर्ण जीवन की नींव होती है। अगर   जीवन की शुरुआत ठीक रहेगी तो आगे का जीवन भी सफल रहेगा। जीवन के उद्देश्य का पथ, विद्द्यार्थी काल में ही तय हो जाता है। विद्यार्थी  देश का भविष्य होता है।
जीवन में अनुशासन विद्यार्थी का परम कर्तव्य होना चाहिये। अनुशासित दिनचर्या प्रत्येक विद्यार्थी को अपनानी चाहिए। प्रातःकाल ज़ल्दी सोकर उठना, सैर करना, नियमित विद्यालय जाना, नियमित स्वाध्ययन करना, समय पर भोजन करना, उपयुक्त खेलकूद , बड़े बुजुर्गों व् गुरुओं को प्रणाम आदि कार्य, एक अनुशासित विद्यार्थी को करने चाहिए।
अनुशासन का मूलमन्त्र विद्यार्थी को सफलता और श्रेष्ठता की ओर ले जाता है। अनुशासन ही वह कुंजी है जिससे विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
महात्मा गांधी , स्वामी विवेकानन्द, मदर टेरेशा सभी ने अनुशासन को महत्वपूर्ण बताया और जीवन के लक्ष्य को हासिल किया।
विद्यार्थी जीवन  में सफलता प्राप्त करने  के लिए कठिन परिश्रम और दृढ़ निश्चय की आवश्यकता होती है, जिसे अनुशासन की सहायता से ही प्राप्त किया जा सकता है।
जीवन में अगर अनुशासन न हो तो वह हमें आलस्य और असफलता की ओर ले जाता है। ज्ञान अर्जन और एकाग्रता  में लिए , विद्यार्थी जीवन में अनुशासन आवश्यक है। इस प्रकार अनुशासन , विद्यार्थी जीवन का आभूषण और सफलता की कुंजी है।
Essay on vidyarthi aur anushasan in hindi.
Essay on vidyarthi jivan aur anushasan in hindi.