Showing posts with label Essay on Make in India in hindi. Show all posts
Showing posts with label Essay on Make in India in hindi. Show all posts

Friday, September 25, 2015

Essay on Make in India in hindi

Essay on Make in India in hindi
मेक इन इंडिया भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित एक कार्यक्रम है जिसमे भारत में अपने उत्पादों का निर्माण करने के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनियों और घरेलू कंपनियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2014 को मेक इन इंडिया कार्यक्रम  का शुभारंभ किया।
Make in india मेक इन इंडिया पहल का प्रमुख उद्देश्य भारत में रोजगार सृजन और कौशल क्षमता बढ़ाने के लिए अर्थव्यवस्था के 25 क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना है।
इन क्षेत्रों में से कुछ हैं: ऑटोमोबाइल, रसायन, आईटी, फार्मा, वस्त्र, बंदरगाह, विमानन, चमड़ा, पर्यटन और आतिथ्य, कल्याण, रेलवे, डिजाइन, विनिर्माण, रेलवे ,अक्षय ऊर्जा, खनन, जैव प्रौद्योगिकी, और इलेक्ट्रॉनिक्स।
इन 25 सेक्टरों में से अंतरिक्ष (74%), रक्षा (100%) और समाचार मीडिया (26%), को छोड़कर शेष सभी क्षेत्रों में 100% एफडीआई निवेश की अनुमति दी गई है।
इस कार्यक्रम से देश की जीडीपी विकास दर और कर राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है।

इस पहल का एक लक्ष्य, उच्च गुणवत्ता मानकों को स्थापित करना और पर्यावरण पर प्रभाव को न्यूनतम करना भी है।इस कार्यक्रम से भारत में पूंजी और प्रौद्योगिकी निवेश को आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी ।
सितम्बर 2014 और अगस्त 2015 के बीच,  भारत में उत्पादन में इच्छुक कंपनियों से 1 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव किये जा चुके हैं।
Zero Defect Zero Effect भारत के प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी द्वारा इस पहल को दिया एक नारा है। जो इस बात प्रतीक है कि उत्पाद में शून्य दोष हो और जिस प्रक्रिया से उत्पादन हुआ हो उनका पर्यावरण और पारिस्थितिक  पर शून्य प्रतिकूल प्रभाव हो। इस पहल की शुरूआती सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लेनोवो , सियोमि , हिताची ,फॉक्सकॉन्, एयरबस, बोईंग, पेप्सी, हुंडई,ओप्पो ,समसुंग जैसी कई कंपनिया भारत में उत्पादन के लिए आगे आईं है। जापान के प्रधानमंत्री आबे की भारत यात्रा के दौरान उन्होंने मेक इन इंडिया के सन्दर्भ में कई महत्पूर्ण करार किये। रूस के साथ भी डिफेंस और न्यूक्लियर के क्षेत्र में make in india की दिशा में सहयोग मिल रहा है। मेक इन इंडिया मिशन के तहत डिफेंस प्रोजेक्ट के तौर पर रुसी कामोव 226 हेलीकॉप्टर भारत में बनाया जायेगा। अगर आंकड़ो की बात करें तो लगभग 15.2 लाख करोड़ लागत के निवेश की योजनाओ के प्रति विभिन्न निवेशक संकल्पित हुए है।    Make in india जैसी रचनात्मक पहल भारत के उज्जवल आद्योगिक भविष्य के लिए नींव की ईंट साबित होगी। you may also refer other post on this blog -Essay on How I can Make My School a Happy Place in hindi.
If  like make in india essay then please comment.